Cause and Effect Diagram | Ishikawa Diagram | फिशबोन डायग्राम

Cause and Effect Diagram फिशबोन डायग्राम (Ishikawa Diagram):


फिशबोन डायग्राम, जिसे इशिकावा डायग्राम या Cause and Effect Diagram भी कहा जाता है, एक ऐसा टूल है जो किसी समस्या (Problem) के संभावित कारणों को खोजकर मूल कारण (Root Cause) को पहचानने के लिए प्रयोग किया जाता है।
इसका आकार मछली की हड्डी (Fish Bone) जैसा दिखता है, इसलिए इसे फिशबोन डायग्राम कहा जाता है।


Ishikawa Diagram की History:


इशिकावा डायग्राम (Fishbone Diagram) को काओरू इशिकावा (Kaoru Ishikawa) ने बनाया था। इसकी खोज साल 1960 मैं जापान (University of Tokyo) मैं हुई थी। इसका उद्देश्य औद्योगिक प्रक्रियाओं (Industrial Processes) में Quality  Control और Problem  solving को आसान बनाना।

शुरू-शुरू में इसका प्रयोग क्वालिटी मैनेजमेंट और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में किया गया था, लेकिन आज इसका उपयोग हर क्षेत्र (Education, Healthcare, Business, IT आदि) में किया जाता है।


Purpose of  Fishbone Diagram: 

  • किसी समस्या (Problem) की गहराई में जाकर उसका मूल कारण ढूँढना। 
  • संभावित कारणों को वर्गीकृत (Categorize) करना।
  • टीम को ब्रेनस्टॉर्मिंग (Brainstorming) करने में मदद देना।


मुख्य घटक (Main Components of  Fishbone Diagram) और Use  करने का तरीका:


Ishikawa Diagram को प्रॉब्लेम सोलविंग टूल के रूप मैं उपयोग मैं लाने के लिए लिए सबसे पहले डायग्राम के हेड (सिर) पर मुख्य समस्या(Main  problem) लिखी जाती है।
इसके बाद Problem के क्या-क्या Major कारण हो सकते हैं उनको Categorized किया जाता है जैसे Ishikawa  diagram के Major Categories नीचे दी गई हैं- और आमतौर पर 6 मुख्य श्रेणियाँ होती हैं:

  1. Man (मानव) – काम करने वाले लोग
  2. Machine (मशीन) – उपयोग की जाने वाली मशीनें
  3. Material (सामग्री) – कच्चा माल
  4. Method (विधि) – काम करने का तरीका
  5. Measurement (मापन) – जाँच और माप
  6. Environment OR Mother Nature (पर्यावरण) – काम की परिस्थितियाँ 

Cause and Effect Diagram | Ishikawa Diagram | फिशबोन डायग्राम


Main Components के Sub-Cause:

 
ऊपर दिए गए सभी 6 मेजर कारणों के उप कारक या Sub-Cause लिखे जाते हैं जिनको Sub-Cause  या उप-कारण कहते हैं। जैसे उप-कारण (Sub-Causes) मैं प्रत्येक मेजर कारण से जुड़े छोटे-छोटे कारण लिखे जाते हैं।


उदाहरण (Example): मान लीजिए किसी फैक्ट्री के Production मैं कोई Quality Problem मिला या कह सकते हैं की Product की Quality Low है। 
 
  1. Man: ट्रेनिंग की कमी, लापरवाही, New  Manpower.
  2. Machine: पुरानी मशीनें, मेंटेनेंस की कमी
  3. Material: खराब क्वालिटी का कच्चा माल
  4. Method: गलत प्रोसेस, स्टैंडर्ड का पालन न करना
  5. Measurement: गलत टूल्स, डेटा एरर
  6. Environment or Mother Nature: ज्यादा गर्मी, नमी, Dust. 

Cause and Effect Diagram or Ishikawa Diagram के फायदे (Advantages):

  • समस्या का असली कारण पता चलता है।
  • टीमवर्क और विचार-विमर्श बढ़ता है।
  • गुणवत्ता सुधार (Quality Improvement) में मदद करता है।
  • फिशबोन डायग्राम समस्या के कारणों को व्यवस्थित तरीके से समझने और समाधान निकालने का बेहतरीन टूल है।

Thank You for reading my this article.

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