Circuit Breaker in Hindi
Circuit Breaker (सर्किट ब्रेकर) जैसा की नाम से ही स्पष्ट है इलेक्ट्रिकल सिस्टम मैं किसी परिपथ को दुसरे परिपथ से अलग करता है। अतः Circuit Breaker(CB) एक इलेक्ट्रो-मेकैनिकल ऑटोमैटिक/ मैनुअल स्विच है जो किसी परिपथ या उपकरण को ओवर करंट(उच्च धारा) या शार्ट सर्किट से बचाने के लिए उपयोग होता है। यह दोषयुक्त परिपथ को मुख्य परिपथ से अलग करने का काम है।
Circuit Breaker की History
अमेरिका मैं थॉमस एडिशन ने अपने इलेक्ट्रिकल डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम मैं Fuse का प्रयोग किया था। बाद मैं 1879 मैं थॉमस एडिशन ने ही Circuit Breaker के बारे मैं भी बताया था। लेकिन पहली बार भौतिक रूप से Circuit Breaker 1924 मैं बना।
Circuit Breaker और Fuse दोनों ही इलेक्ट्रिकल सर्किट को सुरक्षित रखने के लिए एक स्विच की तरह कार्य करते हैं। Fuse एक बार प्रयोग होने के बाद बदला जाता है लेकिन Circuit Breaker स्वतः या फिर हाथों से रिसेट करके बार-बार प्रयोग किये जा सकते हैं। ये दोनों ही ओवर करंट प्रोटेक्शन डिवाइस (OCPD) हैं।
Circuit Breaker की आवश्यकता
जनरेटिंग स्टेशनों, बड़े-बड़े पावर ग्रिडों मैं उपस्थित हाई वोल्टेज और हाई करंट से किसी भी समय जनित शार्ट सर्किट करंट को रोकने के लिए हाई रेटिंग के Circuit Breaker का उपयोग करना जरूरी हो जाता है ताकि आगे के परिपथ को सुरक्षित रखा जा सके जा।
इसी प्रकार छोटे व् महंगे उपकरण जो करंट मैं हल्की वृद्धि से ही खराब हो सकते हैं, को बचाने के लिए लौ रेटिंग Circuit Breaker का उपयोग किया जाता है।
Circuit Breaker की Working
सभी CB की कार्यप्रणाली लगभग सामान होती हैं। लेकिन उनकी रेटिंग, बनावट और बाधित करने की क्षमता काफी भिन्न होती हैं।
Circuit Breaker काफी बुद्धिमत्ता से कार्य करते हैं, ये फॉल्ट का पता, करंट मैं मौजूद हीटिंग और मैग्नेटिक गुण से करते हैं। निचे दिए गए फिगर मैं हम मैग्नेटिक गुण की बात करेंगे।
Circuit Breaker के ब्लॉक डायग्राम मे रेड लाइन को हॉट वायर/फेज वायर से दिखाया गया है। Circuit Breaker मैं मूलतः दो कांटेक्ट होते हैं एक फिक्स्ड कांटेक्ट और दूसरा मूविंग कांटेक्ट होता है।
फॉल्ट अवस्था-
Circuit Breaker मैं फॉल्ट की स्थिति मैं जब करंट की मात्रा बढ़ने लगती है तो Electromagnetic coil पूरी तरह Energize(सक्रीय) हो जाता है और Soft iron bar को अपनी तरफ खींच लेता है। Iron bar जैसे ही नीचे आता है Spring 1 contact को ऊपर को खींच लेता है जिससे पाथ Open हो जाता है।
सामान्य अवस्था-
Push button से contact को नीचे दबा लिया जाता है यदि परिपथ में धारा सामान्य है तो कॉन्टैक्ट Close हो जाएंगे और Circuit Breaker सामान्य अवस्था में आ जायेगा अन्यथा वापस Open हो जाएगा। सामान्य अवस्था में Electromagnetic coil भी Low energize(कम सक्रिय) रहती है Spring 2 सॉफ़्ट आयरन बार को ऊपर खींच लेता है और Circuit Breaker के Contact क्लोज रहते हैं।
Circuit Breaker के प्रकार
Circuit Breaker के बहुत से प्रकार हैं Circuit Breaker को फीचर, कंस्ट्रक्शन उसकी वोल्टेज और करंट रेटिंग इनहॉउस या आउटडोर उपयोग आदि प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है। वोल्टेज लेवल के आधार पर इनका वर्गीकरण आसान रहेगा।
1 - Low voltage Circuit Breaker:
इस तरह के Circuit Breaker घरों, ब्यवसायिक स्थानों और उद्योगों मैं उपयोग किये जाते हैं। इनकी Voltage Range 1000 वोल्ट से कम होती है।
MCB- Miniature Circuit Breaker
यह सबसे अधिक उपयोगी और कॉम्पैक्ट Circuit Breaker है जो घरों में अधिक देखने को मिलती है। इनमें rated current 125A तक रहती है।
MCCB- Molded case Circuit Breaker
इनमें rated current 1600A तक रहती है। इनमें करंट लिमिट को सेट करने के लिए सेलेक्टर रिंग भी होता है।
RCB- Residual Circuit Breaker
ये Circuit Breaker परिपथ मैं leakage current को भी डिटेक्ट कर सकते अगर तार मैं कहीं कट हैं गलती से आपने छू लिया तो इस कंडीशन मैं ये तुरंत ट्रिप हो जाते हैं।
2- Medium voltage Circuit Breaker:
इस तरह के Circuit Breaker का उपयोग बड़े-बड़े उद्योगों और Electrical Sub-station मैं किया जाता हैं। इनकी Voltage Range 1000वोल्ट से 72 किलो-वोल्ट तक होती है।
Air circuit breakers
Vacuum circuit breakers
3- High voltage Circuit Breaker:
इस तरह के Circuit Breaker का उपयोग Electrical power generating, Transmission और Electrical Sub-station मैं किया जाता हैं। इनकी Voltage Range 72 किलो-वोल्ट से ऊपर की होती है।
Bulk oil Circuit Breaker
Minimum oil Circuit Breaker
Air blast Circuit Breaker
SF6(sulfur hexafluoride) Circuit Breaker
CO2 Circuit Breaker
आशा करते हैं आर्टीकल Circuit Breaker in Hindi MCB, MCCB & RCB आपको अच्छा लगा होगा। यदि आपको अच्छा लगा तो आप शेयर कर सकते हैं और यदि आपके कोई सुझाव हैं तो आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं धन्यवाद
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